Neem Karoli Baba ka Jivan Parichay: नीम करोली बाबा का Jivan Parichay किस प्रकार है आईए जानते हैं पूरी जानकारी इस लेख के माध्यम से मिलेगी क्योंकि ज्यादातर लोग आज के टाइम पर उन सभी महान लोगों की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं उनके Jivan Parichay के बारे में जानना चाहते हैं इसीलिए हमने आज इस लेख में नीम करोली बाबा के Jivan Parichay के बारे में स्टेप बाय स्टेप बताया है
नीम करोली बाबा का जन्म उत्तर प्रदेश के अकबरपुर गांव में 1900 के आस पास हुआ था उनका असली नाम लक्ष्मी नारायणशर्मा है, नीम करोली बाबा के पिता का नाम दुर्गा प्रसाद था नीम करोली बाबा का वास्तविक नाम लक्ष्मी नारायणशर्मा था बाबा जब तक जीवित थे लोग उन्हें नीम करोली बाबा लक्ष्मण दास हांडी वाले बाबा तिकोनिया वाले बाबा और तोलिया वाले बाबा जैसे नाम से जानते थे
नीम करोली बाबा किसकी पूजा करते थे?
नीम करोली बाबाको हनुमान जी का अवतार माना जाता है वह बजरंगबली के बहुत बड़े भक्त थे और नीम करोली बाबा बजरंगबली की पूजा करते थे
नीम करोली बाबा को यह नाम नीम के पत्ते खाने की आदत के कारण मिला था उनका मानना था कि नीम से बड़ी कोई औषधि नहीं है, नीम करोलीबाबा ने 17 साल की उम्र में ही ज्ञान की प्राप्ति कर ली थी नीम करोली बाबा ने 11 साल की उम्र में ही शादी कर ली थी लेकिन बाद में घर छोड़ दिया और गुजरात के एक वैष्णव मट में दीक्षा ले ली
नीम करोली बाबा के कितने बच्चे थे?
नीम करोली बाबा ने बहुत सी जगह पर भ्रमण किया और फिर से घर लौट आए इसके बाद उन्हें दो बेटे और एक बेटी हुई यानी कि नीम करोली बाबा महाराज के दो पुत्र और एक पुत्री है
नीम करोली बाबा ने 1958 में फिर से घर छोड़ दिया और कैंची धाम पहुंच गए उन्होंने 1964 में कैंची धाम में आश्रम की स्थापना की
नीम करोली बाबा हमेशा कंबल ओढ़े रहते थे इसीलिए उन्हें कंबल वाले बाबा भी कहा जाता थानीम करोली बाबा के आश्रमभारत के अलावा विदेशों में भी हैं
नीम करोली बाबा के चमत्कार क्या है?
नीम करोली बाबा कहते हैं कि जो इंसान अपने धन का कुछ हिस्सा जरूरतमंदों को बांटदेता है वह हमेशा खुशहाल रहता है नीम करौली बाबा के मुताबिक ऐसा करने से आर्थिक वृद्धि होती है और व्यक्ति को पुण्य की प्राप्ति होती है
सामान्य प्रश्न
नीम करोली बाबा का असली नाम क्या था?
नीम करोली बाबा का असली नाम लक्ष्मी नारायण शर्मा था।
नीम करोली बाबा का जन्म कहाँ हुआ था?
नीम करोली बाबा का जन्म उत्तर प्रदेश के अकबरपुर गांव में 1900 के आसपास हुआ था।
नीम करोली बाबा किस देवता के भक्त थे?
नीम करोली बाबा को हनुमान जी का अवतार माना जाता है, और वे बजरंगबली के बहुत बड़े भक्त थे।
नीम करोली बाबा का नाम “नीम करोली” कैसे पड़ा?
कहा जाता है कि उन्हें यह नाम नीम के पत्ते खाने की आदत के कारण मिला था। उनका मानना था कि नीम से बड़ी कोई औषधि नहीं है।
नीम करोली बाबा ने कितनी उम्र में विवाह किया?
नीम करोली बाबा ने 11 वर्ष की उम्र में विवाह कर लिया था।
नीम करोली बाबा के कितने बच्चे थे?
नीम करोली बाबा के दो बेटे और एक बेटी थी।
नीम करोली बाबा ने कौन-कौन से नामों से ख्याति प्राप्त की?
लोग उन्हें नीम करोली बाबा, लक्ष्मण दास, हांडी वाले बाबा, तिकोनिया वाले बाबा, तोलिया वाले बाबा और कंबल वाले बाबा के नाम से भी जानते थे।
नीम करोली बाबा ने कब और कहाँ आश्रम की स्थापना की?
नीम करोली बाबा ने 1964 में उत्तराखंड के नैनीताल जिले में कैंची धाम में अपने आश्रम की स्थापना की थी।
नीम करोली बाबा के चमत्कार क्या हैं?
नीम करोली बाबा का कहना था कि जो व्यक्ति अपने धन का कुछ हिस्सा जरूरतमंदों को देता है, उसकी आर्थिक वृद्धि होती है और उसे सुख-शांति प्राप्त होती है।
क्या नीम करोली बाबा के आश्रम भारत के बाहर भी हैं?
हाँ, नीम करोली बाबा के आश्रम भारत के अलावा विदेशों में भी स्थित हैं।
नीम करोली बाबा हमेशा क्या पहनते थे?
नीम करोली बाबा हमेशा कंबल ओढ़े रहते थे, इसलिए उन्हें “कंबल वाले बाबा” भी कहा जाता था।
निष्कर्ष
दोस्तों उम्मीद है कि आप सभी लोगों को इस लेख के माध्यम से बहुत अच्छी जानकारी प्राप्त हुई होगी महान लोगों के Jivan Parichay के बारे में आप सभी लोग इस लेख के माध्यम से जानकारी प्राप्त कर लिया होगा उम्मीद है आप सभी लोगों को यह लेख पसंद आया होगा अगर आप सभी लोगों को यह लेख पसंद आया है और इस लेख के माध्यम से आप सभी लोगों को सही जानकारी प्राप्त हुई है तो इस लेख को ज्यादा से ज्यादा अपने दोस्तों और रिश्तेदारों में शेयर करें ताकि उन लोगों को भी इस लेख से संबंधित जानकारी प्राप्त हो सके अगर आपका कोई सवाल है इस लेख से संबंधित तो प्लीज कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें हम आपके सवाल का जवाब देने का प्रयास करेंगे